देसीटून्ज़

अप्रैल 6, 2007

एक रत्ती सोने के लिए…

Filed under: आदम और हव्वा... — raviratlami @ 9:10 पूर्वाह्न

आदम और हव्वा… 

sleep.jpg

2 टिप्पणियां »

  1. लो जी सोते रहने वालो को एक और बहाना थमा दिया आपने.
    कुछ देर सो नहीं सकते थे. 🙂

    टिप्पणी द्वारा संजय बेंगाणी — अप्रैल 6, 2007 @ 12:09 अपराह्न

  2. Amer Singh jaisa Bewkuf Pure Word me Tarch leker Khgojeaiga To Bhi Nai Milega.

    टिप्पणी द्वारा Amberish — अप्रैल 24, 2007 @ 2:25 अपराह्न


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